कौन दे रहा है इसलामी मदरसे में वेदों की शिक्षा ? vedas in islamic medressas .
जगह का नाम है स्याना ज़िला बुलन्दशहर । यहां गांव जलालपुर में वर्ष 1985 में समाजसेवी असरार ख़ां ने इस मदरसे की नींव रखी थी । यहां अरबी फ़ारसी के साथ संस्कृत अंग्रेज़ी और कम्प्यूटर की तालीम का भी इन्तेज़ाम है ।
बच्चों को पवित्र कुरआन याद है तो वे गायत्री मन्त्र भी पूरी तन्मयता से गाते हैं । मदरसे में 600 से भी ज़्यादा छात्र हैं । संस्कृत सभी के लिए अनिवार्य है । श्री सुरेन्द्रपाल सिंह संस्कृत की शिक्षा देते हैं । मदरसे के 26 लोगों के स्टाफ़ में 6 टीचर हिन्दू हैं ।150 लड़कियों को पढ़ाने के लिए 10 अध्यापिकाएं भी हैं ।
मदरसे के प्रबन्धक मुहम्मद अब्बास ख़ां हैं । फ़िलहाल यहां आई टी आई की मान्यता लेने का प्रयास चल रहा है ।
प्रस्तुत रिपोर्टिंग का सार तो यह है और आसार यह है कि अब निकट भविष्य में तर्क और ज्ञान का प्रभाव बढ़ता जाएगा । नफ़रत और दूरियों का ख़ात्मा होगा । समाज में एकता और भाईचारा बढ़ेगा । लोगों को भड़काकर राजनीति करने वाले हरेक समुदाय में दुत्कार दिये जाएंगे । निकट भविष्य में भारत सशक्त होगा और विश्व का नेतृत्व करेगा ।
यह रिपोर्ट इसी आशा को बल देती है ।
आपको क्या लगता है ?
अगर आपको 'हमारी अन्जुमन' का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ। |
---|